बेबफा शायरी - एक जीत से कोई सिकंदर नहीं बनता. Lalli December 23, 2013 ताश के पत्तों से ताज महल नहीं बनता; नदी को रोकने से समुंदर नहीं बनता; लड़ते रहो ज़िन्दगी से हरपल क्योंकि एक जीत से कोई सिकंदर नहीं बनता.. Share This: Facebook Twitter Google+ Stumble Digg Email ThisBlogThis!Share to TwitterShare to Facebook
0 comments:
Post a Comment