मैं अपनी किस्मत को पढ रहा हूँ । Hindi Shayari Lalli April 07, 2015 थोडा उत्सुक हूँ ,थोडा डर रहा हूँ । तेरे आने का इंतजार कर रहा हूँ । उछाल कर के सिक्का ख्वाबों का । मैं अपनी किस्मत को पढ रहा हूँ । Share This: Facebook Twitter Google+ Stumble Digg Email ThisBlogThis!Share to TwitterShare to Facebook
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