- इतनी मोहब्बत भर देंगे मेरे अल्फाज हर पन्ने में...
तेरा चेहरा हर शख्स को अल्फाजो में नजर आएगा... - आपको सिर्फ ठेला दिखता है,सड़क पर साहब ...
हक़ीक़त में वो अपना पूरा घर खींचता है.. - तुझे क्या देखा,,खुद को भूल गए हम इस कदर ..
कि अपने ही घर आये,औरों से पता पूछकर... - तुझे क्या देखा,,खुद को भूल गए हम इस कदर ..
कि अपने ही घर आये,औरों से पता पूछकर... - एक बार उन्होंने होंठों से पिला दी थी,
अब भी कभी कभी उसका नसा हो जाता है... - बहुत रोका मगर कहाँ तक रोकता....!!!
मोहब्बत बढ़ती ही गयी, तुम्हारे नखरों की तरह....!!! - मत कर जिंदगी से मोहब्बत.. ये मौत से मिल कर तुझे छोड़ जायेगी..
- "मेरे दिल के करीब है वो शख़्श इतना..
कि मालूम नही होता फर्क उसमें और मुझमें.. - " आज भी वो सोच के मुस्कुरा जाता हूँ…
जब बचपन के किस्सों की यादों में घूम के आता हूँ… - हाल तो पुंछ लू तेरा ...पर डरता हूँ आवाज़ से तेरी.......!!
ज़ब ज़ब सुनी हैं .....कमबख्त मोहब्बत ही हुई हैं ....
Sunday, July 26, 2015
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